बर्मिंघम में हुए CWG 2022 में 313 किलो वजन उठकार कमाल करने वाले अजिंता श्यूली के मेडल्स और ट्रॉफी मां की फटी साड़ी में लपेटकर रखे जाते है. वेटलिफ्टर श्यूली ने भारत को 73 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड मेडल दिलाया है. श्यूली की मां ने बताया कि उनके बेटे के मेडल्स और ट्रॉफी दो कमरों के घर में बेड के नीचे रखे हुए हैं. श्यूली का घर पश्चिम बंगाल के देयुलपुर में हैं. अजिंता श्यूली कॉमनवेल्थ गेम्स में कमाल करके जब घर लौटे तो उनकी मां पूर्णिमा श्यूली ने एक छोटे से स्टूल पर इन सभी ट्रॉफी और मेडल्स को रखा हुआ था.

सामान चढ़ाने- उतारने का काम करते थे अंचिता
भारतीय चैंपियन की मां ने कहा कि उनके बच्चों को साड़ियों पर जरी का काम करने के अलावा सामान चढ़ाने और उतारने का भी काम करना पड़त था. इतनी मुश्किलों के बावजूद दोनों ने वेटलिफ्टिंग करना जारी रखा. उन्होंने कहा कि मेरे पास दोनों को काम पर भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. अगर मैं ऐसा नहीं करती तो हमारे लिए जीवित रहना भी मुश्किल हो जाता